सत्यम् लाइव, 2 जून 2021, दिल्ली।। यास तूफान ने इस वर्ष जो नुकसान किया है उसकी भरपाई कर पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असम्भव ही लगता है हम सभी जानतेे हैं कि 26 मई प्रात: 9.30 बजे के लगभग अरब सागर से उठा हुआ चक्रवात पश्चिमी बंगाल और ओडिशा में जो ताण्डव किया। उस नुकसान का अन्दाजा लगा पाना अभी भी सम्भव नहीं हो पा रहा है। चारों तरफ मात्र एक ही बात नजर आ रही है कि दैविय आपदा या प्राकृतिक आपदा कभी भी अवसर तलाशने का मौका नहीं देती ये बात सिद्ध होती है। लगभग 1 सप्ताह पहले पता चल चुका था कि यास चक्रवात उठ रहा है और 26 मई 2021 को आयेगा परन्तु असफलता ही हाथ लगी।
यास चक्रवात ने जो पश्चिम बंगाल का नुकसान किया उस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ‘यास’ की वजह से राज्य में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है करीब 2.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल और 71,560 हेक्टेयर बागवानी नष्ट हुई है। लगभग दो लाख लोगों के लिये 1200 राहत शिविर बनाये गये हैं। मुख्यमंत्री जी ने बताया कि क्षतिग्रस्त हुए 329 तटबंधों में से 305 की मरम्मत का काम शुरू हो चुका है। ’दुआरे त्राण’ (घर के द्वार तक राहत) योजना के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ केवल चक्रवात से प्रभावित लोग इसके लिए स्वयं आकर आवेदन दें। इस योजना के लिए स्कूलों, कॉलेज और अन्य सार्वजनिक संस्थानों में शिविर स्थापित किए जाएंगे।’’
ऑनलाइन होने पर जोर देने की व्यवस्था को जो डिजिटल व्यवस्था की जा रही है उसके लिये लाईट की प्रथम आवश्यकता होगी। पिछले साल 20 मई 2020 को अम्फान नामक तूफान पश्चिम बंगाल में आया था जिसमें जब अन्त में पता चला था कि लगभग 1962 ट्रांसफार्मर मेें बडी समस्या आई थी इस बार अभी तक ये सब ज्ञात नहीं हो सका है। अभी ओडिशा के बारे में ज्ञात होगा साथ मेें बिहार में एक लाख किसान प्रभावित हुए हैं। वहीं, कुल 332 पोल गिरने के अलावा 42 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं कई ग्रामीण इलाकों में अभी बिजली की व्यवस्था ठीक नहीं हो सकी है।
सुनील शुक्ल
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