तपती राजधानी सहित अन्‍य प्रदेश

दो दिन रह सकता है मौसम ठंडा, परन्‍तु उससे ये न समझे कि तपन समाप्‍त हो गयी है अपना रूद्र रूप फिर दिखा सकता है येे मौसम

सत्‍यम् लाइव, 27 मई 2020, दिल्‍ली।। पश्चिमी विक्षोभ के कारण जो आपदा ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आयी है उसका दूसरा रूप उत्‍तर भारत के तमाम प्रदेशों में दिखाई दे रहा है जहॉ पर भयंकर लू के चल रही है हलांकि हवा की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा की ही है परन्‍तु लगातार जो लू दिन-रात चल रही है उससे गर्मी ने अपना प्रचण्‍ड रूप धारण कर रखा है। कल का तापमान राजस्‍थान का 50 डिग्री रहा है वही दिल्‍ली का 47.2 डिग्री रहा है अभी तक भारत की राजधानी का तापमान 46.2 डिग्री तक रिकार्ड किया गया था परन्‍तु दिन रात की इस प्रचण्‍ड गर्मी ने नोवेल कोरोना को पीछे छोड दिया है और इस पश्चिमी विक्षोभ के इस भयावह मौसम से नोवेल कोरोना मरे न मरे। अब इंसान अवश्‍य मर रहा है। इस समय तपती राजधानी सहित उत्‍तर प्रदेश, पंजाब, राजस्‍थान, मध्‍य प्रदेश, हरियाणा सहित सभी प्रदेश तपते हुए मौसम अपना परिचय लगातार दे रहा है परन्‍तु मौसम विभाग केे अनुसार, अगले दो दिन मेें इन सभी राज्‍यों में कहीं कहीं पर छूट पूट बारिश के आसार हैंं साथ ही आशांका ये भी जताई गयी है कि छूट पूट बारिश हो या न हो परन्‍तु ये पूरा क्षेत्र रेड अलर्ट जारी किया जाता है। मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान लोगों को गर्मी के साथ-साथ लू का प्रकोप भी झेलना पड़ सकता है और थोडी से बारिश के बाद गर्मी अपना प्रचण्‍ड रूप रख लेती है उससे हम में से कोई भी अन्‍जान नहीं है ये भयंकर गर्मी का कारण ही पश्चिमी विक्षोभ है, जिसे अंग्रेजी में वेस्‍टर्न डिस्‍टरबेन्‍स कहते हैं।

कोरोना के कारण आप घर पर रूके न रूके परन्‍तु इस प्रचण्‍ड गर्मी के कारण आपको घर पर अवश्‍य रहने की सलाह मौसम विभाग देता है। 15 मई से उत्‍तर भारत में गर्म और शुष्क हवाएं चल रही हैं, जिससे तापमान में वृद्धि और प्रचंड गर्मी बढ़ती जा रही है। ये प्रचण्‍‍ड गर्मी कब तक रहेगी ये तो अभी पूरी तरह से बताया नहीं जा सकता परन्‍तु इस मौसम में आयुर्वेद के हिसाब से शरीर मेें पानी की कमी आती है और कालरा, टायफाइड जैसी बीमारी बनती है अत: पहले तो पानी की मात्रा शरीर में कम न होने दें दूसरे हरी सब्‍जी, देशी गाय की छाछ, पुदिना जैसी सब ठण्‍डी चीजें अवश्‍य खायें। भारतीय वैज्ञानिक महर्षि राजीव दीक्षित के अनुसार अपने शरीर के 4 डिग्री कम का ही पानी पीना चाहिए ऐसे में मिट्टटी की उपयोगिता समझ में आती हैै जो कई बीमारियों से बचाती है। अत: फ्रिज का ठण्‍डा पानी न पीयें। क्षारिय भोजन का प्रयोग ज्‍यादा करें।

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पत्रकार मंसूर आलम

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