मप्र में किसानों की बेरहमी से पिटाई, उजडे घर

सत्‍यम् लाइव, 16 जुलाई, 2020 दिल्‍ली।। गुना में किसान से जमीन खाली कराने गई एमपी पुलिस का बर्बर चेहरा दिखा। एमपी पुलिस के द्वारा कि गई किसान कि बेरहमी से पीटाई देख आपके रांगटे खड़े हो जाएंगे। किसान पुलिस और वहा मौजुद अधिकारियो से मिन्नतें करता रहा लेकिन पत्थर दिल अफसरों का दिल नहीं पसीजा और बुरी तरह से उसकी लाठियों से पिटाई करते रहें। लोगोंं द्वारा वायरल विडियो कर दिया गया लेकिन एमपी सरकर द्वारा अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं है। पूरा मामला जमीन को लेकर हैं, गुना शहर के जगनपुर में, एक सरकारी माॅडल काॅलेज के निर्माण के लिए, निर्धारित सरकारी जमीन के अतिक्रमण से जबरन निकालेे गये मुहिम का विरोध करने पर पुलिस को लाठीचार्ज करने के लिये मजबूर होना पडा़।

रहम आ जाये गरीबो पर, तो भगवान प्रसन्‍न हो जायेगा

पुलिस के पिटाई के बाद एक किसान ने कीटनाशक पी लिया था। उसके बाद वह बेसुध होकर तमीन पर गिर गया था। पिता को बेसुध पडे़ देख, 7 मासूम बच्चे पास में खडे़ होकर रो रहे थे। एक बेटी पिता को झकझोर रही थी। पापा उठो ना़ उठो ना कह रही थी, बड़ी बहन की चीत्कार सुनकर पास में खड़े, सभी भाई-बहन रो रहे थे। जिलाधिकारी एस. विश्वनाथन ने कहा, शहर की सीमा में, सरकारी माॅडल काॅलेज के लिये एक जमीन आरक्षित थी। इस जमीन पर राजकुमार अहिरवार (38) और उसकी पत्नी सावित्री (35) खेत पर काम कर रहे थे। वहा एक अतिक्रमणकर्त्‍ता गब्बू पारदी द्वारा बटाई पर काम दिया गया था। उसी जमीन पर उगती हुई फसल को खराब करती हुई सरकार की नजर पड गयी है ऐसा कहा जाये कि एक गर्भवती को गर्भपात कराने पर सजा हाेे सकती पर इतनी बडी उगाने वाली फसल पर कॉलेज बनाकर मैकाले शिक्षा व्‍यवस्‍था से कैसा संस्‍कार देगें समझ से परे है? वही कांग्रेस हमला करते हुए कहा कि उप-चुनाव से पहले किसानों पर लाठी बरसाने को लेकर शिवराज सरकार घिर गई है। कांग्रेस पूरी तरह से सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने कहा है कि कंाग्रेस सरकार ने हमेशा ही गरीबों और किसानों की लड़ीई में उनका साथ दिया है। शिवराज सरकार के इस अमानवीय कृत्य ने बीजेपी की तनाशाही को बेनकाब किया है। ये लड़ाई शिवराज सरकार के अंत का आरंभ है।

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उपसम्‍पादक सुनील शुक्‍ल

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