
सत्यम् लाइव, 12 दिसम्बर 2020, दिल्ली : भारतीय पुनर्वास परिषद द्वारा विशेष शिक्षा से संबंधित पाठ्यक्रमों के संदर्भ में आजकल कई भ्रांतियां और गलत तथ्यों का लोगों में प्रसार सुनियोजित साजिश की तहत किया जा रहा है। विगत दिनों एक राजकीय विश्वविद्यालय के बारे में कुछ लोगों द्वारा पेड न्यूज़ के माध्यम से गलत समाचार छपाने एवं सोशल मीडिया पर प्रसारित करने की शिकायत परिषद को प्राप्त हुई।
जिसका संज्ञान लेते हुए भारतीय पुनर्वास परिषद ने कठोर कार्यवाही करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में परिषद जल्दी एक नोटिफिकेशन जारी कर अपने वेबसाइट पर डालेगी कि इस तरह की भ्रामक न्यूज़ छपाने वालों के खिलाफ उनके रजिस्ट्रेशन रद्द करने और भविष्य में किसी भी प्रकार की शिक्षा या रोजगार से संबंधित संस्थानों को उनका नियुक्ति रद्द करने की भी अनुशंसा करेगी।
विगत दिनों उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के बारे में मान्यता एवं रजिस्ट्रेशन के संदर्भ में भ्रामक सूचना छपवाने के बारे में भारतीय पुनर्वास परिषद को शिकायत प्राप्त हुई। जिसमें अमित कुमार, सचिन, कुलदीप यादव एवं राखी शर्मा द्वारा रजिस्ट्रेशन एवं मान्यता को लेकर गलत तथ्यों को बताया।
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इस संदर्भ में पुनर्वास परिषद का कहना है कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे बीएड विशेष शिक्षा के प्रथम बैच के विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन चरणबद्ध तरीके से किए जा रहे हैं।
साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा दूसरा और तीसरा बैच आरसीआई की अनुमति से ही चलाया जा रहा है। विगत दिनों भारतीय पुनर्वास परिषद द्वारा गठित की गई एक 3 सदस्य टीम द्वारा विश्वविद्यालय के कार्यों का निरीक्षण भी किया गया जिसकी रिपोर्ट परिषद को प्राप्त हो चुकी है। भ्रामक और फर्जी समाचार सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के संदर्भ में ललित कुमार एवं संदीप पुनिया के खिलाफ भी परिषद कार्यवाही करेगी।
मुरली सिंह(संवाददाता)
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