सत्यम् लाइव, 6 फरवरी 2021 दिल्ली।। संयुक्त राष्ट्र संंघ ने मानव अधिकार आयोग की स्थापना वर्ष 1946-47 में आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् की एक कार्यात्मक समिति के रूप में की थी, जिसका मुख्य कार्य-प्रतिवेदन तैयार करना, अधिकारों के अंतर्राष्ट्रीय बिल, नागरिक स्वतंत्रता, स्त्री दशा एवं मानवाधिकार सम्बन्धी विषयों पर अपनी अनुशंसाएं प्रकट करना था। भारत में चल रहे किसान आंदोलन पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने पहली बार बयान देते हुुए कहा है कि
किसान आंदोलन को लेकर प्रशासन और प्रदर्शनकारियों दोनों से संयम बरता जाना चाहिए। साथ ही नसीहत देते हुए कहा है कि शांतिपूर्ण तरीक़े से इकट्ठा होने और अभिव्यक्ति के अधिकारों की ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों जगह सुरक्षा होनी चाहिए। मानवाधिकारों का सम्मान करते हुए न्यायसंगत समाधान निकालेे जाने की सम्भावना प्रकट की है। यह पहला मौक है जब संयुक्त राष्ट्र ने भारत में किसान आन्दोलन को लेकर अपना मत प्रकट किया।
सुनील शुक्ल
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