हनुमान जयंती पर करें सुंदर कांड का पाठ
दिल्ली : हनुमान जी की लीलाओं का गान है सुंदर कांड अतुलित बलधामं, हेमशैलाभदेहं। दनुजवनकृशानुं, ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुण निधानं, वानराणामधीशं। रघुपतिप्रिय भक्तं, वातजातं नमामि॥’अर्थात् अतुल बल के धाम, सोने के पर्वत (सुमेरु) के समान कांतियुक्त शरीर वाले, दैत्य रूपी वन (को ध्वंस करने) के लिए अग्नि रूप, ज्ञानियों में अग्रगण्य, संपूर्ण […]