सत्यम् लाइव, 27 जुलाई 2021, दिल्ली: रोहिणी जिले के पुलिस उपायुक्त ने फर्जी कॉल सेंटरों का संज्ञान लेते हुए रोहिणी जिले के तमाम थानों को निर्देश दिया कि फर्जी कॉल सेंटर का पता लगाया जाए और संचालित करने वालों पर लगाम लगाई जाए ताकि निर्दोष लोगों को जालसाजी का शिकार ना होना पड़े ।
इस मुहिम के अंतर्गत रोहिणी नॉर्थ थाने के सब इंस्पेक्टर मनोज कटारिया को फर्जी कॉल सेंटर के बारे में अपने मुखबिर से सूचना मिली की रोहिणी सेक्टर 8 में एक फर्जी कॉल सेंटर का संचालन हो रहा है । सब इंस्पेक्टर मनोज कटारिया ने तुरंत इसकी सूचना थानाध्यक्ष रोहिणी नॉर्थ को दि। एसीपी रोहिणी विपिन भाटिया ने थानाध्यक्ष भूपेश कुमार को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
थानाध्यक्ष ने एसआई मनोज कटारिया, हवलदार पुनीत, सिपाही नवनीत और सुरेश की टीम बनाई । पुलिस टीम ने सतर्कता बरतते हुए रोहिणी सेक्टर 8 में छापा मारा । पुलिस टीम ने वहां पर काम कर रहे साथ 7 लोगों को गिरफ्तार किया । जिनमें दो पुरुष थे जिसमे एक का नाम राजन कुमार उम्र 22 साल और दूसरा सोनू कुमार उम्र 24 साल है । यह दोनों बिहार निवासी है। इनके साथ ही 5 महिलाएं भी पुलिस गिरफ्त में आई एक का नाम ज्योति उम्र 22 साल , दूसरी का नाम संगीता उम्र 25 वर्ष, तीसरी का नाम धनलक्ष्मी उम्र 29 साल , चौथी महिला का नाम पुष्पा उम्र 34 वर्ष और पांचवी महिला का नाम प्रिया उम्र 24 वर्ष है। यह पांचो महिलाएं तमिलनाडु की निवासी है । पुलिस टीम को छापे में मौके से 12 मोबाइलफोन , 5 सिम कार्ड, सात रजिस्टर तथा नौ रबर की मोहर बरामद हुई।
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह स्नैपडील के ग्राहकों के डाटा इक्कट्ठी करके उन्हें फोन के माध्यम से संपर्क किया करते थे। ग्राहकों को लालच दिया जाता था कि महिंद्रा की गाड़ी एक्सयूवी 500 की लॉटरी उन्हें लगी है और उन्हें रुपए 12,80000/- कि गाड़ी मिलेगी परंतु इसकी एवज में उन्हें गाड़ी की लागत का एक प्रतिशत जीएसटी का नगद भुगतान करना होगा। 12,800 रुपया का भुगतान करने पर गाड़ी उन्हें मिल सकती है । ग्राहकों पर विश्वास जमाने के लिए ग्राहकों से पैन कार्ड ,आधार कार्ड और फोटो मंगवाया जाता था और रकम को तय शुदा बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाया जाता था । इस गिरोह के पकड़े जाने से कुछ हद तक जालसाजी पर लगाम लगेगी।
संवाददाता: मनोज सिंह
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