सत्यम् लाइव, 17 मई 2021, दिल्ली।। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और बिहार समेत देश में ब्लैक फंगस के मामले सामने आए। इस बीच बेंगलुरु के बोरिंग अस्पताल में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए सुविधा की शुरुआत हुई है। हेल्थ एंड मेडिकल एजुकेशन मंत्री के सुधाकर जी ने कहा इस तरह की फैसिलिटी की शुरुआत अन्य जिलों में भी की जाएगी। इस बीमारी के लिए मुफ्त इलाज के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी।
ब्लैक फंगस के मामले उन कोविड मरीजों में देखे जा रहे हैं जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है या ओवरडोज दी गयी है या फिर डायबीटिज की शिकायत हो। यह बीमारी नाक से शुरू होकर आंख की रोशनी तक को नुकसान पहुंचाता है। कुछ मामलों में देखने की क्षमता खत्म हो गई। यदि उचित तरीके से इलाज नहीं किया गया तो इसके कारण मौत भी हो सकती है।’
उत्तर प्रदेश में ‘ब्लैक फंगस’ के मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने बचाव एवं उपचार की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं. वहीं इसकी चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार ने संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान की 12 सदस्यीय म्यूकोर्मियोकोसिस प्रबंधन टीम का गठन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमण के मुक्त हो जाने के बाद कुछ लोगों में ‘ब्लैक फंगस’ की बीमारी के मामले प्रकाश में आए हैं, इसे ध्यान में रखते हुए इस संक्रमण के समुचित उपचार की व्यवस्था की जाए। गौ माता करती है पूरा उपचार गौशाला के तरफ से एक सम्पादकीय जल्द ही आपके सामने उपचार सहित।
सुनील शुक्ल
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