
सत्यम् लाइव, 24 जुलाई 2020, दिल्ली।। पूरे देश की जनता को कोरोना से बचाने केे लिये, जो सरकारी कर्मचारी बाजार में कार्य करा रही है उससे ये तय हो चला है कि भूखमरी अवश्य आ रही है। दिल्ली नगर निगम 31 जुलाई तक टैक्स जमा कराने के लिये, गाडी से एलान करवा रही है। झारखण्ड सरकार ने 39 प्रावधानों में, जो कहा है वो भी आश्चर्य कर देने वाला है उत्तर प्रदेश के अन्दर से कुछ ऐसी ही खबर आ रही है कि जब सारा काम काज बन्द पडा है तब भी जनता ही है जो अपना टैक्स पूरा जमा करेेगी, साथ ही मध्य प्रदेश की नगर निगम तथा पुलिस कर्मचारी जनता केे साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे कोरोना होने केे बाद एक भी मरीज ठीक नहीं होता है जबकि स्वास्थ मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने स्वयं कहा था कि 86 जिलों में 0.78 प्रतिशत कोरोना केे मरीज पाये गये हैं। इसके बावजूद सभी प्रदेशों से लगातार सूचना आ रही है कि उस सब्जी वाले की या अण्डे वाले की या रिक्शे वाले को पुलिस ने बहुत मारा है सभी नगर निगम के कर्मचारी, कभी किसी की दुकान का नुकसान कर देते हैं तो कभी किसी गरीब की ठेली उसके सामान सहित पलट देते हैं। ये की जा रही व्यवस्था से साफ लगने लगा है कि जाति वाद का नारा देकर, एक बार फिर गरीबों को मारा जा है और नारा जोर जोर से चिल्लाकर जातिवाद का दिया जा रहा है। ऐसा ही सदा होता आया है गरीबी कभी जातिवाद देखकर नहीं आती है। 18वीं शताब्दी से जितनी बार भी भूखमरी आयी है वो सब शासक की गलती नितियों केे कारण ही आयी है और सच कहॅू तो ये भूखमरी फिर दिखाई आ रही है वो भी गलत नितियों केे कारण।

सुनील शुक्ल
Leave a Reply