
सत्यम् लाइव, 20 जुलाई 2020 दिल्ली।। आज को जागरूक तेज सोशल मीडिया पर, भारत का हर नागरिक रिकार्डिग करके समाचार देने में लगा हुआ है। मुम्बई से पहले खबर आयी कि एक व्यक्ति के शरीर से मत्यु के बाद कुछ अंग गायब हैंं। आज पंजाब से एक क्षेेत्रिय चैनल से खबर आयी कि एक व्यक्ति ने अपनेे बुजुर्ग पिता को अस्पताल में भर्ती किया। जब मृत्यु होती है तो अस्पताल वालेे एक शरीर घर को सौपतें हैं जिस पर उस व्यक्ति का नाम पता सब लिखा होता है परिजन उसे लेकर शमशान घाट तक आ जाते हैं परन्तु लम्बाई देकर, उन्हें कुछ शाक होता है फिर भी अन्तिम दर्शन के हेतु उनका मुख जब खुला जाता है तो वो एक माता जी का पार्थिव शरीर निकलता है। ये गलती कहॉ से हुई? ये कह पाना अभी मुश्किल है क्योंकि जो भी आज अस्पताल मेें ईलाज करा कर आ रहा है वो यही कह रहा है कि अपने घर पर रहकर घरेलू ईलाज कर लो तो अच्छा है अस्पताल में कोई देखरेख नहीं है। ऐसे में ईएसई मरीज की फरीदाबाद सेक्टर -37 के एशियन अस्पताल में 22 लाख का बिल ईएसआई पेमेन्ट करेगा। मृृृृतक की बेटी प्रीति ने बताया कि पापा को कैंसर से पीडित थे। एशियन अस्पताल में भर्ती करने केे बाद पहले तो मिलने नहीं दिया जब जबरदस्ती मिले तो पता चला कि उनकी हालत बहुत खराब है। फरीदाबाद इस खबर में कहा गया है कि भर्ती तो पिता को कराया था अब जब मॉ को पिता केे अन्तिम दर्शन कराने चाहे तो वो एक 80 वर्ष की माता जी का शरीर है।
सुनील शुक्ल
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