
सत्यम् लाइव, 17 नवम्बर 2020, दिल्ली।। कल दिल्ली मेें, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द्र केजरीवाल के बीच में मीटिंग करके कोरोना से निपटने की तैयारी पुन: प्रारम्भ कर दी। दिल्ली मेें कुछ अस्पताल की सुविधा को हाईटेक करने की तैयारी पर वर्त्ता हुई परन्तु इसको बदलकर ये बताया गया कि कोरोना के बढते हुए मरीज की संख्या को देखकर अब तक जो टेस्टिंग प्रतिदिन 60 हजार थी वो लगभग 1 लाख करने की तैयारी की जायेगी। नीति आयोग ने कहा, ‘दिल्ली में अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई है और आने वाले हफ्तों में इसके और खराब होने की आशंका है।’ सिफारिश पर प्लाजमा थैैरोपी से कोविड-19 के इलाज को लेकर आज दिशानिर्देश जारी किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से दिल्ली में कोरोना से बचाव के नियमों की बड़े पैमाने पर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ऊपर से वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। प्रदूषण का यही हाल शुरुआती मार्च तक कायम रहने की आशंका है। इस कारण आने वाले हफ्तों में स्थितियां बिगड़ सकती हैं। प्रदूषण में गाडी बिकने पर प्रतिबन्ध लगाने की कोई बात नहीं की जा रही है क्योंकि वो तो विकास का एक हिस्सा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द्र केजरीवाल की मीटिंग के दौरान नीति आयोग के इस आकलन पर चर्चा की गई। रविवार को हुई मीटिंग में केंद्र और दिल्ली सरकार के कई सीनियर ऑफिसर भी शामिल थे। इस मीटिंग में 12 फैसले लिए गए जिनमें कुछ पर काम शुरू हो चुका है। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ सोमवार से दिल्ली पहुंचने लगे हैं ताकि शहर के अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिहाज से मैनपावर बढ़ाई जा सके। उधर, मंगलवार से हर दिन 10 हजार आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाया जाना है। सुनील शुक्ल
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