
कच्चे मकान, मकानों की कच्ची छतों, नारियल के पेड़ों सहित अन्य पेड, टेलीफोन, बिजली के खंभों सहित अन्य को भारी क्षति पहुंच सकता है। 1999 के सुपर साइक्लोन ने लगभग 9,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी।

सत्यम् लाइव, 19 मई 2020, दिल्ली।। ‘अम्फान’ का तूफान सोमवार रात में ही आंध्रप्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों से गुजरने के आसार हैं। इस दौरान ओडिशा, प. बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में 20 और 21 मई तक भारी बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की गई है। महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने सोमवार को कहा कि ‘अम्फान’ को लेकर गम्भीर रहना होगा क्योंकि ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत बंगाल की खाड़ी में आये प्रचंड चक्रवातीय तूफान का सामना हम सब करेगें। कच्चे मकान, मकानों की कच्ची छतों , नारियल के पेड़ों, टेलीफोन और बिजली के खंभों को गंभीर क्षति पहुंच सकती है। 1999 के सुपर साइक्लोन ने 9,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी। अधिकािरिक सूचना अभी तक सभी राज्यों के बारे में खुलकर नहीं बताया गया है कि ये कितने प्रदेशों को नुकसान पहुॅचा सकता है ? परन्तु 13 राज्यों को पहले ही खतरे में बताया जा चुका है। उसमें मध्य प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब का नाम भी शामिल किया गया था। बंगाल की खाड़ी में, उठा अम्फान रविवार को भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। इससे आडिशा और पश्चिम बंगाल के तटिय जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। 20 मई को यह तूफान पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय के बीच से गुजर सकता है, दोनोंं राज्यों को अलर्ट जारी किया गया हैं और साथ ही, ओडिशा सरकार ने, रविवार को चक्रवाती तूफान अम्फान के मद्देनजर तटवर्ती इलाको के 12 जिलों में, अलर्ट जारी किया है और एनडीआरएफ की ओडिशा में 10, बंगाल में 7 टीमें तैनात की गई है। इसके साथ ही ओडिशा के प्रभावित जिलों से लगभग 11 लाख लोगों को निकालने की तैयारी की गई है। ओडिशा के तटीय जिलों में, पहले से ही तूफान संभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की यूनिटों को तैनात कर दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 19 मई तक इसकी रफ्तार लगभग 165 से 200 किमी प्रति घंटा की हो सकती है। अगले 12 घंटे के दौरान और अधिक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में तेज होने की संभावना है साथ ही इसकी धीरे धीरे उत्तर की ओर बढने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में चक्रवाती तूफान अम्फान से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के लिए गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद रहे। कटक मौसम विभाग के डायरेक्टर ने बताया कि अगले 6 घंटे अम्फान गंभीर चक्रवातीय तूफान में बदल जाएगा। हमने गजपति, पुरी, गंजम, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, भद्रक, जाजापुर, मयूरभंज, खुर्जा और कटक में बारिश में बढ़ेगी। कुछ क्षेत्र में, भारी बारिश की सम्भावना है।
सभी के साथ समीक्षा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”चक्रवात अम्फान से संबंधित स्थिति के बारे में तैयारियों की समीक्षा की गई। प्रतिक्रिया उपायों के साथ-साथ निकासी योजनाओं पर भी चर्चा की गई। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं और केंद्र सरकार से हर संभव सहायता का आश्वासन देता हूं।” आपको इस समाचार केे विशलेषण में बात दे कि 200 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से, ये चक्रवात भयावह स्थिति उत्पन्न कर सकता है, इससे पहले सन् 1999 में सुपर साइक्लोन ने लगभग 9,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी। इस पर मौसम विभाग सहित सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री सहित बैठक में शामिल सभी सदस्यों ने गम्भीरता से लेते हुुए। पूरी तरह से तैयार रहने के साथ, लगातार चौकसी बरतने के लिये तैयार कर लिया गया है।
उपसम्पादक सुनील शुक्ल
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