
रेल की पटरी पर सोया मजदूर ने नहीं सुनी इतने तेज रेल के हार्न की आवाज। ड्राइवर ने रोकना चाहा रेल, पर तब तक देर हो चुकी थी। ऑलडाउन के नाम एक और हादसा।
सत्यम् लाइव, 8 मई, 2020 दिल्ली।। मुम्बई रेलवे से प्राप्त सूचना से ज्ञात हुआ कि सुबह लगभग 5.15 मिनट पर बदनापुर और करनाड रेलवेे स्टेशन के बीच में, 20 मजदूर रेलवे ट्रक पर सो रहे थे। वो सभी आती हुई मालगाडी की चपेट मेें आ गये। इन मजदूरों के बारे में तब ज्ञात हुआ जब 20 मजदूरों में से 4 मजदूर की से बातचीत की गयी औरंगाबाद ग्रामीण के पाटिल ने बताया कि 14 मजदूर मौकेे पर ही मर गयेे तथा 2 की रास्ते में मौत हो गयी एक ही हालत अभी भी गम्भीर है 4 मजदूरों का इलाज अभी चल रहा है। ये मजदूर जालना की एसआरजे स्टील फैक्ट्री में काम करते थे। औरंगाबाद से गुरूवार को ये सब मध्य प्रदेश के लिये रवाना हुए थे। रेलवे ट्रैक के बगल मेें 40 किलोमीटर चलने के बाद ये सभी थककर पटरी पर ही सो गये। उधर से आती हुई सुबह मालगाडी केे ड्राइवर ने जब इन्हें लेटेे हुए देखा तो कई बार हार्न बजाया जब ये सब नहीं उठे तो रेल को रोकने का प्रयास किया परन्तु अनहोनी को नहीं रूका जा सका। मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने औरंगाबाद हादसे पर रेल मंत्री पियुष गोयल से बात करने के बाद मृतक के घर वालों को 5-5 लाख रूपये देने की घोषणा की। साथ ही महाराष्ट् सरकार ने भी 5-5 लाख रूपये देने की घोषणा की।
उपसम्पादक सुनील शुक्ल
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