
उत्तर प्रदेश में 36,600 लोग प्रभावित हुए है जबकि 4,77,334 क्षेत्रफल की फसलों को नुकसान हुआ है।
सत्यम् लाइव, 2 अगस्त 2020, दिल्ली।। दैैविय आपदा हर बार अपना स्वरूप बदल कर विकास की मौनता को नष्ट करने पहुॅच जाती है। कोरोना काल मेें लगातार आये हुुए भूकम्प, फिर पश्चिमी बंगाल, उडीसा, महाराष्ट्र, गुजरात में आये हुए चक्रवात और लगातार बारिश के पानी ने छत्तीसगढ, झारखण्ड को तो परेशान किया था अब रहम दिल पानी ने बेरहमी से लगभग 1 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर कर दिया है। असम, बिहार के कई जिले से ध्यान हटा ही नहीं था कि अब उत्तराखण्ड में भीषण बारिश और उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 293 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। देेवी आपदा टाले नहीं टाल रही है परन्तु सब मौन हैं विकास की एक धुन सभी को लगी हुई है जिसमें से 67 गांव पूरी तरह बाढ़ की पकड में हैं। राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया है कि बाराबंकी, अयोध्या, कुशीनगर, गोरखपुर, बहराइच, आजमगढ़, बस्ती, संतकबीरनगर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर बाढ़ से प्रभावित हैं। शारदा नदी पलियां खीरी में, राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर में, राप्ती नदी श्रावस्ती में तथा घाघरा नदी तुर्तीपार बलिया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित बताए गए हैं।
सुनील शुक्ल
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