
प्राइवेट कम्पनियों द्वारा चलाई गयी इन ट्रेनों की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गयी है और किराया कितना होग ये फैसला स्वयं प्राइवेट कम्पनी करेगीं साथ ही अगर अपनेे नियत समय से देर में, पहुॅचगी ताेे यात्रियों को हर्जाना दिया जायेगा।
सत्यम् लाइव, 15 मई, 2020 दिल्ली।। देश भर में प्राइवेट रेल सेवा की तैयार जो चल रही थी वो अब पहले चरण की पूर्ति की तरफ पहुॅॅॅच गयी है। आप सभी काेे 31 जनवरी 2020 में समाचार पत्र के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई होगी कि देशभर में प्राइवेट ट्रेन चलाने का रास्ता साफ कर दिया गया है अब जब नोवेल कोरोना के रहते सोशल डिस्टिेंसिंग आवश्यक है तो इस आपादा पर इस योजना को क्रियान्वित करने का अवसर भी आ गया है। तमाम समाचार पत्रों के साथ दैनिक भास्कर के मनी भास्कर में यह सूचना पूरे विस्तार के साथ है आप देख सकते हैं। भारत में 20 प्राइवेट कम्पनी रेलवे को सहयोग कर सेवा देना चाहती हैं। इसमें बॉम्बार्डियर इंडिया, अडानी पोर्ट्स, टाटा रियल्टी, फ्रांस की एलस्टॉम, स्पेन की टैल्गो और मैकक्वारी ग्रुप जैसी कंपनियां भी शामिल हैं। 31 दिसम्बर से लेकर 20 जनवरी तक की कई स्टेक होल्डरों की मीटिंग में सभी कम्पनियों ने नये प्रोजेक्ट पर कैसे कार्य होगा यह तय किया गया था। इस बैठक में एन.आई.आई.एफ, हुंडई रॉटेम कंपनी, सीएएफ इंडिया, हिताची इंडिया, थॉत इंफ्रास्ट्रक्चर, सीआरआरसी, जेडईएलसी, बीईएमएल, सीमेन्स, आईआरसीटीसी, भारत फोर्ज, गैटेक्स, गेटवे रेल फ्रेट, केईसी इंटरनेशनल, एस्सेल ग्रुप जैसी कंपनियां शामिल हुई थीं। पैसेंजर ट्रेनों को चलाने की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनियों को देने की योजना के पहले चरण में 100 रूट पर 150 प्राइवेट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव दिया गया था। सरकार के थिंक-टैंक नीति आयोग के मुताबिक, इससे रेलवे में 22,000 करोड़ रुपए का निवेश आ सकता है। जैसा कि आपको पहले से ही ज्ञात है कि आईआरसीटीसी ने पिछले छह महीनों में दो ट्रेनें चलाई है। भारतीय रेलवे की की सहायक इंडियन रेलवेे कैटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) की सूचना के मुताबिक मई के माह मेें प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस शुरू नहीं कर पायेगें। आपको बता देें कि प्राइवेट ट्रेन का संचालन का कार्य IRCTC के हाथ में है। सूत्रों केे मुताबिक, प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन के लिये, सरकार के तरफ से हरी झण्डी का भी इन्तजार है। चलेंगी 150 प्राइवेट ट्रेनें :- सरकार की एक उच्च स्तरीय समिति ने देश में 100 रेलमार्गों पर लगभग 150 प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन का रास्ता जो साफ किया है। उनके प्रथम चरण पर कार्य प्रारम्भ होने की उम्मीद है। प्राइवेट कम्पनियों द्वारा चलाई गयी इन ट्रेनों की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गयी है और किराया कितना होग ये फैसला स्वयं प्राइवेट कम्पनी करेगीं साथ ही अगर अपनेे नियत समय से देर में, पहुॅचगी ताेे यात्रियों को हर्जाना दिया जायेगा।
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