नई दिल्ली: भारतवर्ष में अजवाइन का प्रयोग औषधि के रूप में बहुत प्राचीन काल से हो रहा है, प्रसूति के पश्चात स्त्री को इसका विशेष रूप से सेवन कराया जाता है जिससे अन्न का पाचन ठीक से हो सके तथा भूख ठीक से लगे, गर्भाशय शुद्वि एवं पीडा दूर हो, पाचन क्रिया के ठीक करने का कार्य भी अजवाइन करती है, शास्त्रों के अनुसार ‘‘एका यवानी शतमन्नपातिकाद्” अर्थात अकेले अजवाइन ही अन्न के पाचन में सक्षम है भारतीय व्यंजन को ग्रहण करने के समय में दोपहर के भोजन में अनिवार्य बताई है
ऐसे ही मासिक धर्म की रूकावट को दूर करने के लिए 20 ग्राम अजवाइन को पुराने 100 गुड तथा 400 ग्राम पानी में पका कर सुबह शाम लेने से पुराने से पुराना गर्भाशय का मल साफ होता है और रूका हुआ मासिक धर्म भी ठीक होता है या 3 ग्राम अजवायन चूर्ण को सुबह शाम गर्म दूध के सािा सेवन करने से मासिक धर्म की रूकावट दूर होकर, रजस्त्राव खुलकर होता है
शराब की आदत छुडानी हो तो जब भी शराब पीने की इच्छा हो तो 10 ग्राम अजवाइन को 2 या 3 बार में चबाने से तथा पानी पीने से आदत छुट जाती है , ज्यादा ही पीने को आधा किलो अजवाइन 4 किलो पानी में डालकर उबाले जब पानी आधा रह जाये तो उसे कॉच की शीशी में रख लें तथा भोजन से पहले 1 कप काढे को शराबी को पिलाये, जो शराब छोड्ना नहीं चाहते उनकी भी शराब की आदत छूट जाती है
सुनील शुक्ल
उपसंपादक: सत्यम् लाइव
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