
नई दिल्ली, सरकार एयर इंडिया के परिचालन से बाहर निकलने की योजना बना रही है। यह जानकारी केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने एक साक्षात्कार के दौरान दी है, जेट एयरवेज, इंडिगो, गोएयर जैसी निजी विमान कम्पनियां हैं। राट्रीय यात्री विमान कम्पनी एयर इंडिया की बाजार में 14 प्रतिशत हिस्सेदारी है। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली जी नेे कहा कि एयर इंडिया पर 50,000 करोड रूपये का कर्ज है, जबकि उसके विमान का मूल्यांकन लगभग 25,000 करोड रूपये है, अत: नागरिक विमानन मंत्रालय निजीकरण की लताश में लगा हुआ है। वहीं नागरिक विमान राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने इससे पहले ही कह चुके हैं कि एयर इंडिया के कर्जों को कम करने की और इसमें वित्तीय बदलाव के लिए बैलेंस शीट के पुर्नगठन की तुरन्त आवश्यकता है, एयर इंडिया में कॉरपोरेट प्रशासन और बेहतर प्रबन्धन की आवश्यकता है।
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