भय्यूजी महाराज के सेवादरों की पत्नियों से होगी पूछताछ

नई दिल्ली: भय्यू महाराज आत्महत्या केस में पुलिस 85 प्रतिशत जांच पूर्ण कर चुकी है। इसमें आत्महत्या के पीछे पारिवारिक कलह ही सामने आया है। पुलिस आर्थिक स्थिति की भी छानबीन कर रही है। इसके लिए सीए को तलब किया गया है। भय्यू महाराज की कॉल डिटेल में भी सीए के नंबर मिले थे। उधर, फॉरेंसिक विभाग की टीम ने भय्यू महाराज के सिल्वर स्प्रिंग स्थित घर पहुंचकर बारीकी से छानबीन की।

टीम ने घटना का नाट्य रूपांतरण कर देखा कि उन्होंने बीन बैग पर बैठकर किस तरह खुद को गोली मारी होगी। एफएसएल और पुलिस अफसरों की टीम ने लगातार दो दिन वैज्ञानिक तरीके से छानबीन की। टीम के सदस्यों ने जिस कमरे में भय्यू महाराज ने आत्महत्या की वहां बारीकी से छानबीन करने के साथ ही उनके कमरे में भी पड़ताल की।

टीम के सदस्य ने उस बीन बैग पर बैठकर आत्महत्या की घटना का नाट्यरूपांतरण भी किया। फॉरेंसिक टीम को जांच में पता चला कि गोली दीवार से टकराकर फर्श पर गिरी थी। पुलिस के मुताबिक पीएम रिपोर्ट भी मिल चुकी है। फिर भी जांच के लिए बिसरा सागर लैब भेजा गया है।

डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक भय्यू महाराज ने गत मंगलवार को सिल्वर स्प्रिंग स्थित निवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को जानकारी मिली थी कि महाराज की आर्थिक स्थिति कमजोर हो चुकी थी। कुछ दिन पूर्व 10 लाख रुपए का कर्ज भी लिया था। उन्होंने 20 लाख रुपए में ऑडी कार का सौदा भी किया था। बेटी कुहू के लिए खरीदी मस्टंग कार बेचने का प्रयास कर रहे थे। बेटी को लंदन भेजने के लिए आने वाले खर्च को लेकर भी चिंतित थे। मकान और कारों की किस्तें भी भरना पड़ती थीं। इन सब बातों की छानबीन भी की जा रही है।

पुलिस ने सीए प्रमोद चोपड़ा (शिक्षक नगर) को तलब किया है। चोपड़ा ने पुलिस को फोन पर बताया कि वे धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने राजस्थान आए हैं। पांच दिन बाद पुलिस के समक्ष पेश होंगे। जांच अधिकारी मनोज रत्नाकर (सीएसपी) के मुताबिक अभी तक सेवादार, नौकर, ड्राइवर, परिजन व वकील से पूछताछ हुई है। पुलिस उन सेवादारों की पत्नियों से भी पूछताछ करेगी जो बंगले पर आती-जाती थीं। कुछ महिलाएं कुहू और डॉ. आयुषी के संपर्क में थीं। उनसे भी विवाद की जानकारी ली जाएगी।

दोबारा सबूतों की खोज

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टीम ने भय्यू महाराज और कुहू के कमरों में छानबीन के अलावा वैज्ञानिक तरीके से भी पड़ताल की। किसी और के फिंगर प्रिंट की जांच के लिए घंटो दीवार, रैक, दरवाजों और अन्य स्थानों की जांच अधिकारी करते रहे।

केस डायरी
7 दिन की जांच, 20 लोगों से पूछताछ
तेजाजी नगर पुलिस ने सात दिन की जांच के दौरान 20 से ज्यादा लोगों के बयान लिए हैं।
मंगलवार को सुसाइड नोट की जांच के लिए हैंड राइटिंग के नमूने जुटाकर एक्सपर्ट को भेज दिए।
जिस रिवॉल्वर से गोली मारी, उसकी जांच करवाई जा रही है।
जिस रूम में गोली मारी, उसका मौका नक्शा तैयार किया गया।

सेवादार-नौकरों से भय्यूजी की जासूसी करवाने लगी थीं पत्नी और बेटी
पत्नी और बेटी के बीच खींचतान में फंसे भय्यू महाराज के अपने सेवादार और नौकर ही उनकी जासूसी करने लगे थे। इसके लिए उनकी पत्‍‌नी और बेटी सेवादारों और नौकरों पर दबाव बनाती थीं। बेटी इस बात का पता लगाने में जुटी रहती थी कि पिता दूसरी पत्नी के लिए क्या कर रहे हैं, जबकि दूसरी पत्नी का ध्यान बेटी से होने वाली बातचीत पर लगा रहता था। यह खुलासा भय्यू महाराज (उदयसिंह देशमुख) के नौकर और सेवादारों के बयानों से हुआ।

आश्रमों के संचालन पर संकट
भय्यू महाराज के मौत के बाद उनकी हजारों करोड़ की सपत्ति होने के दावे किए जा रहे हैं। इन सबके बीच सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट के सामने देश में अलग-अलग स्थानों पर 11 आश्रम और 20 बड़ी योजनाओं का संचालन एक बड़ी चुनौती है। ट्रस्ट की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की बात महाराज भी डेढ़ साल पहले स्वीकार चुके थे। ऐसे में उनके आत्महत्या के कदम ने हालत को और मुश्किल कर दिया है। वहीं दूसरी ओर संत भय्यू महाराज की मौत के बाद पुलिस ने पांच दिन के भीतर 15 से ज्यादा लोगों के बयान लिए लेकिन ‘महाराज’ से पर्दा नहीं उठा। महाराज से जुड़े लोगों ने पुलिस जांच पर सवाल उठाए हैं। पुलिस उन कुछ लोगों से पूछताछ करने में कतरा रही है जो भय्यू महाराज को लगातार कॉल कर रहे थे।

अस्पताल का बिल चुकाने को लोगों से उधार मांगने पड़े पैसे!
भय्यूजी महाराज की हजार करोड़ की संपत्ति के लिए अब विवाद की स्थिति बन रही है और उसे सुलझाने के लिए तरह-तरह के फार्मूले निकाले जा रहे हैं। उन्हीं महाराज की बीमारी के दौरान पिछले महीनों अस्पताल का बिल चुकाने में समस्या आ रही थी। बेटी कुहू को पढ़ाई के लिए इंग्लैंड भेजने के लिए भी उन्होंने अकसर आश्रम आने वाली मुंबई की प्रसिद्ध गायिका और कुछ कारोबारियों से आर्थिक मदद मांगी थी।

आश्रम से जुड़े सूत्रों में इस बात की भी चर्चा है कि भय्यू महाराज आर्थिक परेशानी का सामना कर रहे थे। उन्होंने कुछ दिनों पूर्व 10 लाख रुपए कर्जा भी लिया था। कुछ कारोबारी और अकसर उनके आश्रम आने वाली मुंबई की प्रसिद्ध गायिका से भी रुपए की गुहार लगाई थी। बताया तो यह भी जाता है कि एक महीने पूर्व वह निजी अस्पताल में भर्ती हुए तो उपचार के लिए रुपए कम पड़ गए।

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