एक अच्छा भाषण कैसे लिखें और बोलें..

बुनियादी बातें

  1. अपने विषय का चयन:एक अच्छा भाषण उसके संदेश पर आधारित है। संदेश अवसरानुसार भाषण के साथ मेल होना चाहिए। यह दर्शकों के हित को ध्यान में रखते हुए, उनके समझ के अनुसार, अवसर के मिज़ाज के अनुसार, और सबसे अहम बात, भाषण से कुछ महत्वपूर्ण व्यक्त होनी चाहिए।

    • स्कूल में भाषण पूरी तरह से ओपन एंडेड होता है, तो एक ऐसे विषय को चुनें जिसमें आपकी रुचि हो। अच्छे भाषण वितरण और स्पीकर के दिलों-जान पर निर्भर है; और यह विवादों का कोई लेना-देना नहीं है। अगर आप उत्सुक है तो, जाहिर है की आपके दर्शक भी होंगे।

    2. अपने उद्देश्य या थीसिस को चुनें:आपके चुने गये विषय के बारे में भाषण क्यों दे रहे है? (“ऐसे मेरे अध्यापक ने मुझे सलाह दिया!” या “मुझे करना होगा” वैध कारण नहीं है।)
    • थीसिस वह मुद्दा है जिस पर आप जोर देना चाहेंगे। यदि अपने जीवन में हुए घटनाओं के बारे में भाषण लिख रहे हैं तो, आपका क्या संदेश होगा? आपका विषय अपने मौत से संघर्ष के बारे में हो सकता है, पर आपका थीसिस या उद्देश्य साट बेल्ट लगाने का समर्थन दर्शाना चाहिए। आपको प्रमाण के साथ इस विषय को व्यतीत करना चाहिए, “इससे मेरी जान बची” से बहस करने से आप कुछ हासिल नहीं कर सकेंगे!
    • एक अच्छा भाषण एक अच्छे कारण के लिए ही लिखा जाता है: प्रेरित करने, निर्देश देने, समर्थन इकट्ठे करने, एवं कार्रवाई के नेतृत्व करने के लिए I यह सब नेक उद्देश्य हैं – सिर्फ सुनाने, या स्पीकर के अहंकार को बढ़ावा देने, या चापलूसी करने, डराने, या किसी की बेइज्जती करने के लिए नहीं है।
    3.तैयारी करें:सभी अच्छे (माफ़ी चाहता हूँ, मैं हमेशा “उल्लेखनीय” ही कहता हूँ!) भाषणों को “प्रभावशाली” होना आवश्यक है: “परिचय”, महत्वपूर्ण लक्षण (भाषण का मुख्य भाग), और समाप्ति। भाषण अव्यवस्थित लेख या उलझी हुई विचारों की लड़ी नहीं है।

    • एक पुरानी कहावत के अनुसार एक प्रभावशाली भाषण का कोई दूसरी उल्लेख नहीं है: विषय का “परिचय” — दर्शकों को बताये की आप उन्हें क्या बताना चाहते है। मुख्य भाग — महत्वपूर्ण लक्षण के बारे में बतायें। समाप्ति — सारांश को दर्शायें। यह एक अच्छे भाषण के लक्षण हैं।
    • भाषण का मुख्य भाग। कम से कम 3 उल्लेखों के साथ अपने विचारो का समर्थन करें। अगर वह एक दूसरे के साथ जुड़े हों तो उससे बेहतर कुछ नहीं है। पहले भाषण की रूपरेखा बनायें, साथ में एक सूची भी बनाये। बाद में अपने सबसे मजबूत तर्क को चुन सकते हैं।
    4.विश्वास दिलाने योग्य बनें:अपने दर्शकों को राज़ी करने आपको जो ठीक लगे, उसे करें। अगर आपके उल्लेख तार्किक नहीं है तो, अन्य सोच-विचारों को दृष्टि में लाएं। अगर दर्शक आपके विचारों से सहमत नहीं है, तो उन्हें अपने हर शब्दों से पकड़े रहें।

    • प्लेटो की अपील कि भाषण में लोकाचार, करुणा और लोगो का उपयोग लाभ दायक होगा। अपने दर्शकों को राज़ी करें ताकि आप उनका विश्वास जीत सकें (लोकाचार) या दूसरे विचारों का उपयोग करके (जब आप हेन्स के बारे में सोचते हैं, तो क्या आप गुणवत्ता जाँघियों के बारे में सोचते या फिर माईकिल जॉर्डन के बारे में?) राज़ी करने उनकी भावनाओं को समझें (करुणा), या फिर सीधे शब्दों का उपयोग करना (शब्द)। दूसरों की तुलना में कुछ भी मजबूत या अधिक प्रभावशाली नहीं होता; यह सब स्थिति पर निर्भर करता है।

प्रभावी बनाएं

  1. शब्दों को समझ कर चुनें:अगर आप 8वी कक्षा के बच्चों को भाषण दे रहे हो तो, अच्छा होगा कि आप गोपनीय न बनें – अर्थात ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जिन्हें समझा और सराहा जा सके I अपने भाषण दर्शकों के हित में लिखें — वह क्या सुनना चाहते है?

    • इसके अलावा, वह क्या जानते हैं? ऐसे विषयों में समय व्यर्थ न करें जिन्हें वह पहले से जानते हैं; या इससे भी बदतर, कलपना करें कि वह मूल बातें पहले से जानते हैं और उन्हें बुरी तरह से चकरा दें। भाषण लिखते समय अपने आप को उनकी जगह पर रखकर देखें – उनको क्या बुनियादी जानकारी जानना है ताकी आप अपने विचारों की रस को प्रस्तुत कर सकें?
  2. उनकी ध्यान को आकर्षित करें:उनके साथ “हाथ मिलाए”, औपचारिक ही सही। अपने भाषण को व्यक्तिगत करें ताकी आपके दर्शक आपके साथ बाँधे रहें। अपने विषय पर दर्शकों की सहमती और आपके साथ घनिष्ठ संबंध बनाएं।

    • पूर्व राजदूत रॉबर्ट स्ट्रॉस अपने भाषण कुछ इस तरह शुरू करते थे: “इससे पहले में अपना भाषण शुरू करूँ, मुझे आपसे कुछ कहना है। आपको क्या बांधे रखता है?”
    • लिखते वक़्त भी, अपनी वास्तविक मुस्कुराहट बनाएं रखें। यह बात दर्शक भी बता सकेंगे। आप शुरुआत, एक मनोरंजक चुटकुले के साथ करना चाहेंगे या विचारात्मक किस्से से, जो एक स्थिति से जुड़ सके।
    • जैसे ही आप लिखते है, यह सोचें की आप अपने मित्र से क्या कहेंगे। आप जितने आरामदायक और खुले होंगे, दर्शक उतने ही आसानी से आपकी और खींचे रहेंगे। आपको चुनना है कि आप अपने विचारें को कैसे व्यक्त करेंगे जैसे आप किसी व्यक्ति के साथ आसानी से अपने विचार व्यतीत कर रहें हो, किसी से अपनी भावनाएं सहजता से प्रकट कर सकें। दिल से दिया गया भाषण सबसे प्रभावशाली होते हैं।
  3. अपने संदेश पर ध्यान रखें:कुछ व्यक्ति, मुद्दे से आसानी से हट जाते हैं या कई मुद्दों को एक साथ आक्षेप करते हैं। आपके भाषण में सिर्फ एक ही संदेश होना चाहिए, और आपका ध्यान केवल उसी पर होना चाहिए। विवरण, या इससे भी बुरा, किसी भी असंबंधित विषय पर ध्यान न करें। आपके दर्शक सोच में पड़ जायेंगे की आखिर चल क्या रहा है।

    • बहकी-बहकी बातों से दर्शक अपना ध्यान खो देते हैं। जब आप एक विषय को संबोधित कर चुके हैं, तो आगे बढ़ने से न डरें। आपका पास और भी कई विषय हैं जिन पर आपको रोशनी डालना पड़ेगा –- हर एक विषय को उपयुक्त समय दें।
  4. उदाहरण से समझाएं:अपने लिखित को चित्रात्मक बनायें। आपका लक्ष्य अपने भाषण के मुख्य विषयों को दर्शकों के मन में छा जाए। अगर कोई पूछे या बाद में भाषण की तारीफ़ करें, तो इस तरह सुनाई देगा, “मुझे वह कहानी पसंद आयी जो टॉम ने अपनी बहन को सुनाया“ या “इस साल की कमाई का पाई चार्ट मददगार था”। वह शायद ऐसा नहीं कहेंगे, “आपके भाषण के मुख्य भाग का दूसरा विषय सोचा समझा और तार्किक था”। तो स्पष्टता से सोचें।

    • यह स्पष्टता कई तरीके से किया जा सकता है। अगर आप अपने कंपनी के सहकर्मियों के साथ साल के बुरे प्रदर्शन कर रहे हों तो, भूख से मर रहे परिवारों के चित्र से सहकर्मियों को प्रेरित करना उचित बात नहीं है। छवियों का इस्तेमाल उचित रूप से करें। अगर आप अंको की बात कर रहे हैं तो, ग्राफ़ का उपयोग करें। अगर आप भावनाओं की बात कर रहे हैं, तो तस्वीर दर्शाएं। अपने संदर्भ को जाने।
  5. विराम से सोचें:सबसे अच्छे अभिनेता भी अपने शब्दों के बीच में एक समान (या इससे ज़्यादा) कारगर होते हैं। अपनी भाषा में विराम लिखें, ताकि दर्शक आपकी बात को समझ सके I लोगों का ध्यान अपने आप इसकी तरफ आकर्षित हो जाएगा — देखना, सीधा होना, अपने सर को एक तरफ ऊपर उठाना और ख़ामोशी का एहसास करना। इसे कहते हैं कमरे पर नियंत्रण रखना।

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    • भाषण सहज होने चाहिए – ना की कागज से पड़ाया गया। और जब आप बात करें, तो थोड़ा विराम दें। यह आपको धीमा नहीं करता और ना ही आपकी कमजोरी प्रकट करता है, इससे पता चलता है की आपने अच्छी तरह से तैयारी की है, और आप एक पुराने समर्थक की तरह बात कर रहे हैं।

अपने भाषण को गठन करें

  1. विषय का परिचय मज़बूती से करें:दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए हमेशा बड़े तथ्यों से शुरु करें। याद है वह बात, दर्शकों को क्या बाँधे रखता है? अब इन बातों का समय आ गया है। अपने भाषण में घुस जाएं, व्यक्तिगत बनें और अपने मानवीय पक्ष दिखाएं।

    • महत्वपूर्ण कथन या दूसरों के शब्दों के साथ शुरुआत करने से आपकी विश्वसनीयता को स्थापित कर देता है। मेर्रियम वेबस्टर का उपयोग विशेषज्ञ बनने के लिए न करें; हर कीमत पर घिसी-पिटी पदों का प्रयोग न करें।
  2. व्यक्तियों के लिए सम्मिलित शब्दों का प्रयोग करें:हमेशा “अपना” शब्द का प्रयोग करें– अपना दल, अपना शहर/ राज्य/ देश, अपना स्कूल या विद्यालय, अपनी कक्षा के साल, अपना काम, लोग, और उत्पाद/उम्मीदवार आदि I आपके दर्शक अधिक शामिल होंगे और अपनापन महसूस करेंगे। अगर “हम” उस तरह महसूस करेंगे, तो दर्शकों में भी यही महसूस करने का दबाव होगा।

    • नेल्सन मंडेला ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा, “आज हम किसी पार्टी की जीत का जश्न मना नहीं रहे हैं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका के सभी लोगों की जीत का जश्न मना रहे हैं।”[१]वह एक ऐसे व्यक्ति थे जिनके भाषण की कुशलता पर सवाल नहीं किया जा सकता।
  3. भाषण के मुख्य भाग का निर्माण करें:इस भाग में मुख्य विषयों और उनके समर्थन में जानकारी होनी चाहिए। जो सूची आपने पहले बनाई थी? उन्हें अब तीन विषयों तक सीमित रखें। इनमें से कौन से विषय पक्के तौर पर विश्वसनीय है?

    • सबसे प्रबल विषयों से शुरु करें। आप चाहेंगे की आपके विवादों में कोई भी दोष न हो। आप उन्हें अपने पक्ष में करें, इससे पहले की उन्हें आपकी आलोचना करने का मौका मिल जाये।
    • सबसे कमजोर विषय को बीच में रखें। आप इसको सैंडविच कर रहे हैं क्योंकि आप चाहते है कि दर्शक इसे भूल जाएं।
    • अपने दूसरे प्रबल विषय के साथ समाप्ति करें। आप इसे संतोषजनक रूप से समाप्त करें I एक बार फिर से पूरे मुद्दे को दोहराएं, आखिरी सबूत के साथ विवाद समाप्त करें।
  4. एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे उठाते समय सावधान रहें:एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे उठाते समय स्पष्टता और समझदारी बरकरार रखें। स्पीकर और लेखक की सबसे बड़ी गलती यह है की वह समझ लेते है लोग उनके तर्कों की अचानक वृध्दि का पालन करेंगे — जगह, समय या विचारों का परिवर्तन I जब अपने विचारों को बदल रहे हों तो दर्शकों को इन पद बंध का प्रयोग कीजिए: “उदाहरण के तौर पर, हम देख सकते है…” या “हम दुबारा से उसी बड़ी समस्या के…” इत्यादि।

    • एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे उठाना केवल मुख्य भाग के बीच में ही नहीं होना चाहिए, बल्कि शुरुआत के बाद और निष्कर्ष के दौरान भी होना चाहिए। आपका भाषण एक तर्कसंगत रचना है, न कि स्वतंत्र विषयों की एक श्रृंखला। अपने दर्शकों को एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे का बदलाव स्पष्टता से दर्शाएं।
  5. दृढ़ निष्कर्ष के साथ समाप्त करें:एक शक्तिशाली दृढ़ निष्कर्ष और सारांश के साथ समाप्त करें। उन्हें आप एक प्रश्न या तात्पर्य के साथ छोड़ दे; कुछ अस्पष्ट वस्तु के साथ छोड़ दे – आपके विचार में वह कुछ क्या होना चाहिए?

    • प्रमुख विचारों को दोहराएं। दर्शकों को याद करवाएं और प्रचलित मत पर आने दे I सुनिश्चित कर लें कि जब वह जाए तो आपके विचारो को भूल ना दें I
    • आपसे लिखी भाषण से दर्शकों को पूरा होने का एहसास दें। उन्हें शुरुआत से फिर से ज़ोर से परिचित करवाएं – आखिरकार, अब उनके पास जोश से भरपूर आवश्यक ज्ञान है। आप इसे अंतिम अनुच्छेद के शुरुआत में एक प्रबल और, ज्ञापक वाक्य के साथ कर सकते हैं।

भाषण का पहला रूप तैयार करने के बाद

  1. किसी को सौंपें:यह संभवतः सबसे फायदेमंद साबित हो सकता है। किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढे जो संभव रूप से आपके दर्शक से मेल खाता हो I अगर उनके सोच-विचार एक समान है, तो अपनी भाषण से उनके भावनाओं पर गहरा प्रभाव डालने का सबसे बढ़िया मौका है।

    • उनसे भाषण की प्रतिक्रिया पूछें। क्या उन्हें कुछ अस्त-व्यस्त लगा? क्या कुछ अनावश्यक था? उनके मन में क्या प्रश्न रह गए हैं? क्या उन्हें आपका तर्क समझ आ गया और अंत में सहमत हुए? उन पर क्या प्रभाव पड़ा?
  2. स्पष्टता का निरीक्षण करें:अकसर जब हम कुछ लिखते हैं, उसे कहने का एक आसान तरीका भी है। अपने लेख पर फिर से नज़र डालें I हर एक वाक्य का लिहाज़ करें — क्या आप इसे और साफ़ कर सकते हैं?

    • अगर आप स्पष्ट नहीं है तो, आपके कुछ अच्छे विषय बिना सराहे निकल जायेंगे I संभवतः स्पष्टता आपके काम का सबसे महत्वपूर्ण गुण है I
  3. सुनिश्चित करें की आपका स्वर निरंतर और उचित है:अगर आपका भाषण ऐसा लगे की तीन अलग-अलग लोगों ने लिखा है, तो उसे समझना मुश्किल हो जायेगा I इससे ज्यादा, अगर आपकी भाषा बहुत आसान है, या बहुत मुश्किल है, तो आप मुश्किल में पढ़ सकते हैं। सोचिए दर्शकों को आपका भाषण कैसा लगेगा?

    • उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए घटिया या बुरे शब्दों का प्रयोग ना करें। इससे आप ध्यान आकर्षित कर पाएंगे पर दर्शक आपको नजरंदाज करेंगे।
  4. अपने भाषण को आखिरी रूप दे:एक बार अपने विषय तैयार कर लिए, उसका अंतिम रूप बनाएं। इसी स्थान में आप भाषण देने के तरीक़े अपनाएंगे।

    • अपनी भाषण में विराम डालें। हालांकि भाषण को काग़ज़ से पढ़ा नहीं जाता, मगर पूर्वाभ्यास करते समय विराम के साथ अभ्यास करने से, भाषण देने का समय, इसे याद रखने में मदद मिलेगी I
    • शरीर के इशारों को लिखें। आपका भाषण वास्तविक लगना चाहिए न की बनावटी, एक छोटे पत्र में अपने शरीर के अंग (जैसे चेहरा, हाथ, आदि) का प्रयोग लिखने से पूर्वाभ्यास करते वक़्त इसकी मदद ले सकते हैं।
    • भाषण के सारांश को एक अनौपचारिक पर्ची में लिखिए। यों कि आप भाषण को नहीं पढ़ते, एक अनौपचारिक पर्ची में सारांश लिखना अच्छी बात है ताकि आपसे कुछ छूट न जाएं… जैसे दर्शकों को ध्यान से सुनने और कमेटी को आमंत्रित करने का धन्यवाद करें।

सलाह

  • समाप्त करें: भाषण का आखिरी वाक्य सशक्त हो ताकि समाप्ति प्राकृतिक लगे I लोग हमेशा आखिर के अंक याद रखते हैं; तो, इसे ज़ोर से बोलें!
  • निराशाजनक तरीके से धन्यवाद न कहे, जिससे पता चले कि भाषण ख़त्म हो गया है। यह अनावश्यक है।
  • अपने महत्वपूर्ण विषयों पर ज़ोर दें! अपने भाषण में परिवर्तन न करें की लोग आपको परखेंगे (दबाव में खरा उतरें) I परिवर्तन तब करें जब आप ऐसा चाहते हो, और संपादन से कोई आपत्ति न हो।
  • फ्लिप चार्ट या ड्राई इरेज़ बोर्ड को अपने व्याख्यान में शामिल करने से पहले सोचे लें। अंत में आपको लगेगा की आपने दर्शकों के बजाए फ्लिप चार्ट से ही बात कर रहे हैं। दर्शक आपके अस्पष्ट लेख से विचलित हो सकते हैं — या आपके भाषण में हो रहे गड़बड़ को देख रहे हैं। असुरक्षित या शर्मीले स्पीकर को मंच का सहारा लेना पड़ता है, क्योंकि इससे उनका ध्यान भाषण से हट जाता है। आपकी स्थिति में जो अनुकूल है, वही सही।
  • दर्शकों में से प्रत्येक व्यक्ति आपके भाषण को व्यक्तिगत रूप में अनुभव करता है I “तुम” या “तुम्हारा” शब्दों का प्रयोग करना उन व्यक्तियों से बात करने के बराबर है, बजाए “आप सब” या “यहां के सभी”; यह अधिक प्रत्यक्ष और सम्मोहक है, और दर्शक आपके साथ शामिल हो सकेंगे, चाहे पाँच हो या पाँच हज़ार हो I
  • ऐसे लिखे जैसे की आप कोई निबंध या जानकारी पूर्ण लेख लिख रहे हो I जब आप लेख से संतुष्ट हो तो उसे जोर से पढ़े I उसको रिकॉर्डि करके सुने I पर आपका अंदाज निबंध या जानकारी पूर्ण लेख से थोड़ा अलग होना चाहिए I आपका भाषण जटिल नहीं लगना चाहिए I बेहतर होगा की आप तथ्यों और आंकड़ों को अपने भाषण में से निकाल दे और उसके समर्थन में पर्ची उपलब्ध करवाएं (आपके भाषण के बाद, अगर आपको लेख ऐसे ही प्रदर्शित करना पड़े – तब समर्थन की पर्ची भाषण से पहले उपलब्ध करवाएं)। महत्वपूर्ण विषयों को दोहराना या जोर देना ठीक होगा I
  • हर कोई अपनी पुरानी यादों को ताज़ा कर लेते हैं जब वह अपनी भाषण को भली-भाँति याद रखना, दोहराना और रिक्त होना। इससे भाषण पटरी से उतर सकता है। अपने विषय के साथ सहज रहे और कुछ प्रमुख अंकों को 3×5 कार्ड पर अंकित कर लें, उसे एक विशेष धागे या छल्ले से बाँध लें। शांत रहे और भाषण में हुई गलतियों से न डरें; लोग आपके खिलाफ कुछ नहीं कह सकेंगे।
  • रॉनल्ड रीगन का एक नियम था की वह हमेशा अपने भाषण की कॉपी साथ लेकर जाते थे ताकि भाषण के दौरान कुछ मुश्किलें म आएं — और उस भाषण की कॉपी मेजबान / परिचारिका को देने के लिए तैयार रहते थे I
  • आपके भाषण की लंबाई कार्यक्रम से निर्धारित है। याद रखें कि हर मिनट में स्पीकर करीब 100-135 शब्दों का प्रयोग करता है I नीचे भाषण की लंबाई के नमूने दिए गए है:
    • विशेषज्ञ का भाषण: 18-22 मिनट (1800 से 2970 शब्द)
    • प्रेरक: 12-15 मिनट (1200 से 2025 शब्द)
    • औपचारिक स्पीकर:- 5-7 मिनट (500 से 945 शब्द)
    • समाचार कॉन्फरन्स: 2-3 मिनट (200 से 405 शब्द)
    • शादी की शुभकामनाएं: 2-3 मिनट (200 से 405 शब्द)
  • दर्शकों के संदर्भ का विचार करें। इसे सरलता से करने का तरीके है इसके बारे में सोचना: दर्शक कौन है? वह यहां क्यों है? और आपके भाषण को सुनने के बाद, आप वह पहली बात क्या है जो उनसे या किसी और से कहलवाना चाहते हों?
  • आपके अलावा कौन है जो दर्शकों को अपना परिचय ठीक से लिख पाएंगे? ( यह भाषण नहीं ,आपका परिचय है जिसे आप अपने शब्दों में लिखना चाहेंगे)। अपने भाषण से पहले, उस व्यक्ति से मिले जो आपका परिचय दे रहा हो और उससे अपना परिचय पढ़ें या लिख के दें। जब तक की वह व्यक्ति नौसिखिया है, वह आभार व्यक्त करेगा की उन्हें आपके परिचय लिखने से बचा लिया।
  • अगर आपके पास भाषण की पर्चियां है (कागज़ के टुकड़े/ या प्रमुख विषयों के कार्ड) तो आप सारा समय उसी को देखने में व्यर्थ करेंगे। ज्यादा बुलेट विषय या कार्ड न बनाएं।

चेतावनी

  • लंबे शब्दों का प्रयोग न करें। अभ्यास के दौरान भाषण को समय बंध करें। अगर पाँच मिनट से अधिक हो जाये तो बेहतर होगा की आप एक मंत्रमुग्ध स्पीकर बन जाएं। अगर एक अनाड़ी भाषण देता है, तो दर्शक 3 के बाद अपनी घड़ी को शुरू कर देते हैं। याद रहें अब्राहम लिंकल्न को सिर्फ एक या दो मिनट ही गेट्टीसबर्ग भाषण में लगा।
  • एक लंबी और नीरस भाषण न दें। अन्यथा लोग भाषण के दौरान सो जाएंगे I थोड़ी हंसीं-मजाक से माहौल तरो- ताज़ा बना रहेगा I

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